सूरज पर चलते हैं
संता (बंता से)- बंता चलो हम लोग सूरज पर चलते हैं।
बंता (संता से)- संता भाई तुम ठीक तो हो? क्या तुम्हें पता नहीं सूरज कितना गर्म है, हम वहां तक पहुंच भी नहीं पाएंगे।
संता- अरे बंता तुम भी बिलकुल मूर्ख हो, हम दिन में नहीं रात में जाएंगे।
0 Comments:
Post a Comment
<< Home